मुख्य किरदार : अभिषेक बच्चन, राजकुमार राव, आदित्य रॉय कपूर, पंकज त्रिपाठी, फातिमा सना शेख और सान्या महलोत्रा।
डायरेक्टर : अनुराग बासु।
कहानी : फिल्म का ट्रेलर देखकर ऐसा लगा था फिल्म बहुत मजेदर होगी। और हुआ भी वही फिल्म वाकई में अच्छी है। एकसाथ कई कहानियां हैं। कई कैरेक्टर्स हैं। सभी की जिंदगी अपनी-अपनी रफ्तार से अपनी-अपनी दिशा में बढ़ रही है। लेकिन कहानी जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, सभी कैरेक्टर्स और उनकी जिंदगी एक-दूसरे से टकराती है। सभी कहानियों का एक केंद्र हैं सत्तु भैया, जो गैंगस्टर हैं। सबकुछ ठीक वैसे ही है, जैसे लूडो के खेल में होता है।
अभिषेक बच्चन फिल्म में क्रिमिनल के किरदार में नज़र आएंगे जो की 6 साल बाद जेल से रिहा होता है। जेल से बाहर आने के बाद पता चलता है की उसकी बीवी और बेटी अब अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गए है। आगे की कहानी में पिंकी (फातिमा सना शेख) की है। उसे पता चलता है कि उसका पति हत्यारा है। वह भाग जाती है। अपने बचपन के प्यार आलोक उर्फ अलु (राजकुमार राव) के पास। इस उम्मीद में कि वह उसकी मदद करेगा।
रिव्यू : ‘लूडो’ फिल्म रोमांचक है। यह फिल्म आपको बांधे रखेगी की आगे क्या होगा। लेकिन इतनी सारी कहानियों में डायरेक्टर अनुराग बासु कही उलझ जाते है। फिर भी यह फिल्म आपको हंसाती है। अगर आप एक हल्की फुल्की कॉमेडी देखना पंसद करते है तो इस फिल्म को जरूर देखिएगा।